यहां NPS (नेशनल पेंशन सिस्टम), OPS (ओल्ड पेंशन स्कीम) और UPS (अविभाजित पेंशन स्कीम) का तुलनात्मक अध्ययन प्रस्तुत है:
1. NPS (नेशनल पेंशन सिस्टम):
परिचय:
- NPS 2004 में भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक पेंशन योजना है। यह उन सरकारी कर्मचारियों के लिए अनिवार्य है जो 2004 के बाद नौकरी में आए, और अन्य लोग भी इसमें स्वैच्छिक रूप से जुड़ सकते हैं।
मुख्य विशेषताएं:
- योगदान आधारित: NPS एक योगदान आधारित योजना है, जिसमें कर्मचारी और नियोक्ता दोनों पेंशन निधि में नियमित रूप से योगदान करते हैं।
- चुस्त विकल्प: NPS में निवेशक अपनी जोखिम सहनशक्ति के आधार पर इक्विटी, सरकारी बॉन्ड, और कॉर्पोरेट बॉन्ड्स में निवेश का विकल्प चुन सकते हैं।
- कर लाभ: धारा 80C और 80CCD(1B) के तहत कर लाभ प्रदान करता है।
- रिटायरमेंट के बाद: NPS से सेवानिवृत्ति पर 60% राशि एकमुश्त निकाली जा सकती है और बाकी 40% से आपको अनिवार्य रूप से वार्षिकी (annuity) खरीदनी होती है, जिससे आपको नियमित मासिक पेंशन मिलती है।
लाभ:
- यह सेवानिवृत्ति के बाद स्थिर आय सुनिश्चित करता है।
- कंपाउंडिंग से दीर्घकालिक निवेश का लाभ मिलता है।
कमियां:
- सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाली पेंशन का कोई निश्चित रिटर्न नहीं होता।
- बाजार जोखिम के कारण रिटर्न में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
2. OPS (ओल्ड पेंशन स्कीम):
परिचय:
- OPS भारत में पहले लागू की गई पेंशन योजना थी, जिसे 2004 से पहले के सभी सरकारी कर्मचारियों को दिया जाता था। यह स्कीम अब नई भर्तियों के लिए बंद कर दी गई है।
मुख्य विशेषताएं:
- परिभाषित लाभ: OPS में कर्मचारी को सेवानिवृत्ति के बाद निश्चित राशि मिलती है, जो उसकी अंतिम सैलरी पर आधारित होती है।
- सरकारी वित्त पोषित: इस योजना में कर्मचारी का योगदान नहीं होता था; पूरी पेंशन सरकार द्वारा दी जाती थी।
- डीए (महंगाई भत्ता): इसमें डीए के अनुसार पेंशन की राशि में समय-समय पर वृद्धि होती है।
लाभ:
- यह एक स्थिर और निश्चित पेंशन सुनिश्चित करता है।
- कोई बाजार जोखिम नहीं होता।
कमियां:
- यह सरकारी वित्त पर भारी दबाव डालती थी क्योंकि इसमें कर्मचारियों का कोई योगदान नहीं था।
- नई आर्थिक परिस्थितियों में यह योजना वित्तीय रूप से टिकाऊ नहीं मानी गई।
3. UPS (अविभाजित पेंशन स्कीम):
परिचय:
- UPS एक अवधारणा है, जो पुराने और नए पेंशन सिस्टम को मिलाकर एक समग्र पेंशन योजना प्रदान करने का सुझाव देती है। इसे अभी तक औपचारिक रूप से लागू नहीं किया गया है, लेकिन इसे पेंशन सुधार के रूप में देखा जाता है।
मुख्य विशेषताएं:
- UPS का उद्देश्य OPS और NPS की सर्वोत्तम विशेषताओं को जोड़ना है। इसमें सरकार और कर्मचारी दोनों का योगदान होगा, और यह सेवानिवृत्ति के बाद स्थिर पेंशन प्रदान करेगा।
- यह एक संतुलन बनाएगा जहां कर्मचारी को नियमित पेंशन मिलेगी और सरकार पर वित्तीय बोझ कम होगा।
लाभ:
- यह पेंशन का संतुलित मॉडल हो सकता है।
- कर्मचारियों को स्थिर आय के साथ निवेश की सुविधा मिल सकती है।
कमियां:
- UPS अभी तक पूरी तरह से विकसित नहीं हुआ है, इसलिए इसके व्यावहारिकता की पुष्टि नहीं की जा सकती।
तुलनात्मक अध्ययन:
विशेषताएं | NPS | OPS | UPS |
---|---|---|---|
योगदान | कर्मचारी और नियोक्ता दोनों का योगदान | केवल सरकार द्वारा वित्त पोषित | सरकार और कर्मचारी दोनों का योगदान |
रिटर्न | बाजार-आधारित, निवेश पर निर्भर | निश्चित पेंशन, अंतिम वेतन पर आधारित | संभावित रूप से स्थिर पेंशन और निवेश का संतुलन |
जोखिम | बाजार जोखिम उपस्थित | कोई जोखिम नहीं | संतुलित जोखिम |
लाभांश | कंपाउंडिंग का लाभ | समय-समय पर डीए के अनुसार वृद्धि | TBD |
निष्कर्ष | लंबे समय तक लाभ, लेकिन अनिश्चित पेंशन | स्थिर, निश्चित लेकिन सरकार पर भारी | संतुलित विकल्प का सुझाव |
निष्कर्ष:
- OPS में पेंशन की स्थिरता अधिक है, लेकिन यह वित्तीय रूप से सरकार के लिए भारी है।
- NPS आधुनिक पेंशन योजना है, जो बाजार आधारित रिटर्न प्रदान करती है, लेकिन इसमें अनिश्चितता है।
- UPS एक संभावित समाधान हो सकता है, जो दोनों योजनाओं की अच्छी विशेषताओं को समाहित कर सकता है, लेकिन इसे अभी तक पूरी तरह से लागू नहीं किया गया है।
NPS भविष्य की निवेश आधारित पेंशन प्रणाली का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि OPS अतीत की सरकार द्वारा वित्त पोषित पेंशन प्रणाली है। UPS इन दोनों का संतुलित समाधान हो सकता है।